8 साल तक नए फ़ोन की तरह चलेंगे स्मार्टफोन:-
आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन एक समस्या जो हर स्मार्टफोन यूजर को परेशान करती है, वह है डिवाइस का जल्दी पुराना हो जाना। सॉफ्टवेयर अपडेट्स की कमी के कारण कई बार महंगे फोन भी कुछ सालों में बेकार हो जाते हैं। लेकिन अब इस समस्या का हल निकलता दिख रहा है। टेक्नोलॉजी की दुनिया में दो दिग्गज कंपनियां, Google और Qualcomm, ने हाथ मिलाया है ताकि आपके स्मार्टफोन को लंबी उम्र दी जा सके। इन दोनों ने मिलकर एक ऐसा प्लान तैयार किया है, जिसके तहत चुनिंदा स्मार्टफोन्स को 8 साल तक ऑपरेटिंग सिस्टम और सिक्योरिटी अपडेट्स मिलेंगे।
नई साझेदारी:-
फरवरी 2025 में Google और Qualcomm ने घोषणा की कि वे मिलकर स्नैपड्रैगन चिपसेट से चलने वाले एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लिए 8 साल तक सॉफ्टवेयर सपोर्ट देंगे। यह साझेदारी खास तौर पर स्नैपड्रैगन 8 सीरीज और 7 सीरीज के चिपसेट्स पर आधारित डिवाइसेज के लिए है। इस पहल की शुरुआत स्नैपड्रैगन 8 एलीट चिप से होगी, जो एंड्रॉयड 15 के साथ लॉन्च होने वाले नए स्मार्टफोन्स में इस्तेमाल होगी। इसका मतलब यह हुआ कि अगर आप ऐसा फोन खरीदते हैं, तो अगले 8 साल तक आपको नए ऑपरेटिंग सिस्टम वर्जन और सिक्योरिटी पैच मिलते रहेंगे।
पहले जहां ज्यादातर एंड्रॉयड फोन को 2 से 3 साल तक ही अपडेट्स मिलते थे, वहीं अब यह अवधि लगभग दोगुनी से भी ज्यादा हो गई है। यह बदलाव न सिर्फ यूजर्स के लिए फायदेमंद है, बल्कि पर्यावरण के लिहाज से भी सकारात्मक कदम है, क्योंकि लोग अपने फोन को लंबे समय तक इस्तेमाल कर पाएंगे।
यूजर्स के लिए फायदेमंद :-
8 साल तक सॉफ्टवेयर अपडेट्स का मतलब है कि आपका फोन पुराना नहीं होगा। नए फीचर्स और बेहतर परफॉर्मेंस के साथ यह हमेशा अप-टू-डेट रहेगा। सिक्योरिटी पैच की नियमित उपलब्धता आपके डेटा और प्राइवेसी को सुरक्षित रखेगी, जो आज के डिजिटल युग में बेहद जरूरी है। महंगे स्मार्टफोन्स में निवेश करने वाले यूजर्स को अब यह चिंता नहीं होगी कि उनका फोन कुछ सालों में बेकार हो जाएगा।कम फोन बदलने की जरूरत से इलेक्ट्रॉनिक कचरा कम होगा, जो पर्यावरण के लिए एक बड़ी राहत है।
Google और Qualcomm का मास्टरस्ट्रोक:-
यह साझेदारी एंड्रॉयड इकोसिस्टम के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। जहां एक तरफ Apple अपने iPhones को 5-6 साल तक सपोर्ट देता है, वहीं अब एंड्रॉयड फोन उससे भी आगे निकल सकते हैं। स्नैपड्रैगन चिप्स की ताकत और Google के सॉफ्टवेयर इनोवेशन का यह संगम यूजर्स को बेहतर अनुभव देने का वादा करता है।
निर्माताओं पर असर:-
हालांकि Google और Qualcomm ने यह ढांचा तैयार कर दिया है, लेकिन असली सवाल यह है कि क्या स्मार्टफोन निर्माता इस मौके का फायदा उठाएंगे कई विशेषज्ञों का मानना है कि सभी कंपनियां इस 8 साल के सपोर्ट को लागू नहीं करेंगी। कुछ ब्रांड्स, जैसे सैमसंग और वनप्लस, पहले से ही लंबे अपडेट्स देने की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन छोटे या बजट ब्रांड्स शायद इसे लागू करने में पीछे रह जाएं। यह निर्माताओं की नीति और उनके प्रॉफिट मार्जिन पर निर्भर करेगा।
यह सवाल भी उठता है कि क्या फोन हार्डवेयर इतने लंबे समय तक टिक पाएगा? 8 साल तक सॉफ्टवेयर सपोर्ट तो मिलेगा, लेकिन बैटरी, स्क्रीन और अन्य पार्ट्स की उम्र भी मायने रखती है। अगर फोन का हार्डवेयर खराब हो जाए, तो सॉफ्टवेयर अपडेट्स का ज्यादा फायदा नहीं होगा। इसलिए यूजर्स को ऐसे फोन चुनने होंगे जो न सिर्फ सॉफ्टवेयर, बल्कि हार्डवेयर के मामले में भी मजबूत हों।
Google और Qualcomm की इस पहल से स्मार्टफोन इंडस्ट्री में एक नई क्रांति की शुरुआत हो सकती है। 8 साल तक एक्सपायर न होने वाला स्मार्टफोन अब सपना नहीं, हकीकत बनने जा रहा है। लेकिन इसका पूरा फायदा तभी मिलेगा, जब स्मार्टफोन निर्माता इस साझेदारी को दिल से अपनाएंगे।