Abhimanyu Easwaran: जान लो इस क्रिकेट सितारे के बारे में जल्द ही ये बनने वाला है टेस्ट क्रिकेट का बादशाह

Abhimanyu Easwaran:-

भारतीय क्रिकेट में कुछ खिलाड़ी अपनी तकनीक, मेहनत, और धैर्य के लिए जाने जाते हैं, और अभिमन्यु ईश्वरन उनमें से एक हैं। बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले इस दाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने अपनी बल्लेबाजी से सभी का ध्यान खींचा है। चाहे रणजी ट्रॉफी हो, दलीप ट्रॉफी हो, या इंडिया-ए के लिए विदेशी दौरे, अभिमन्यु ने हर बार अपनी काबिलियत साबित की है। हालांकि उन्होंने अभी तक भारतीय सीनियर टीम में डेब्यू नहीं किया है, लेकिन उनकी लगातार शानदार फॉर्म उन्हें भारतीय टेस्ट टीम का भविष्य बनाती है।

अभिमन्यु ईश्वरन का जन्म 6 सितंबर 1995 को उत्तराखंड के देहरादून में हुआ था। उनके पिता, रंगनाथन परमेश्वरन ईश्वरन एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और खुद भी क्लब लेवल पर क्रिकेट खेल चुके हैं। अभिमन्यु की मां पंजाबी हैं जबकि उनके पिता तमिल मूल के हैं, जिससे उनका परिवार एक खूबसूरत सांस्कृतिक मिश्रण को दर्शाता है। उनकी एक बहन पल्लवी ईश्वरन खरबंदा भी है।

अभिमन्यु का क्रिकेट के प्रति जुनून बचपन से ही दिखाई देने लगा था। महज 3 साल की उम्र में वो अपनी नानी की गोद में बैठकर क्रिकेट मैच देखते थे और कहते थे कि एक दिन वो मैदान पर चौके-छक्के मारेंगे। उनके पिता ने इस जुनून को पहचाना और उन्हें क्रिकेट में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया। साल 2008 में उनके पिता ने अभिमन्यु क्रिकेट अकादमी शुरू की ताकि अभिमन्यु को प्रोफेशनल ट्रेनिंग मिल सके।10 साल की उम्र में अभिमन्यु अपने क्रिकेट सपनों को पूरा करने के लिए देहरादून से कोलकाता चले गए। वहां वे अपने कोच निर्मल सेनगुप्ता के साथ रहते थे जिन्होंने उनकी बल्लेबाजी की बारीकियों को निखारा। इस उम्र में इतना बड़ा फैसला लेना और परिवार से दूर रहना उनके दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

अभिमन्यु ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून में पूरी की, जहां उन्होंने क्रिकेट के साथ-साथ पढ़ाई पर भी ध्यान दिया। कोलकाता जाने के बाद उन्होंने उमेश चंद्र कॉलेज से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की।

हालांकि क्रिकेट उनकी प्राथमिकता थी, लेकिन अभिमन्यु ने कभी पढ़ाई को नजरअंदाज नहीं किया। उनके माता-पिता ने हमेशा शिक्षा के महत्व पर जोर दिया जिसके कारण अभिमन्यु ने अपने क्रिकेट करियर के साथ-साथ अकादमिक लाइफ को भी बैलेंस किया। उनकी यह क्वालिटी आज के युवा क्रिकेटर्स के लिए प्रेरणा हैं।

क्रिकेट करियर:-

घरेलू क्रिकेट में शुरुआत अभिमन्यु ने 2013-14 रणजी ट्रॉफी सीजन में बंगाल के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया। उनकी तकनीकी बल्लेबाजी और स्थिरता ने जल्द ही कोचों और चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा। 2016-17 रणजी ट्रॉफी में वे शीर्ष स्कोरर में से एक थे, जिसने उन्हें घरेलू क्रिकेट में एक उभरते सितारे के रूप में स्थापित किया। 2018-19 रणजी ट्रॉफी में अभिमन्यु ने 50 की औसत से 861 रन बनाए जिसमें 3 शतक शामिल थे। उनकी यह फॉर्म इतनी शानदार थी कि उन्हें भारतीय टेस्ट टीम में स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में चुना गया।

दलीप ट्रॉफी और इंडिया-ए में शानदार प्रदर्शन

अभिमन्यु ने दलीप ट्रॉफी 2023-24 में 440 रन बनाकर टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर रहे। इरानी कप 2024 में भी उन्होंने लखनऊ में मुंबई के खिलाफ 117 गेंदों में शतक जड़ा, जिसने उनकी फॉर्म को फिर से साबित किया।

इंडिया-ए के लिए खेलते हुए, अभिमन्यु ने कई विदेशी दौरों पर शानदार प्रदर्शन किया। 2021 में उन्होंने दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाफ ब्लोमफोंटेन में 103 रन की शानदार पारी खेली। 2024 में उन्हें इंग्लैंड लायंस के खिलाफ चार दिवसीय मैच के लिए इंडिया-ए का कप्तान बनाया गया।

भारतीय टेस्ट में टीम डेब्यू:-

अभिमन्यु को कई बार भारतीय टेस्ट टीम में स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में चुना गया है लेकिन अभी तक उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला। 2019-21 ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और 2021 इंग्लैंड टूर के लिए वे स्टैंडबाय खिलाड़ी थे। 2022 में रोहित शर्मा की चोट के कारण उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया लेकिन अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली।

आंकड़े जो बोलते हैं

प्रथम श्रेणी क्रिकेट: 99 मैच, 7638 रन, 49.92 औसत, 27 शतक, 29 अर्धशतक, सर्वाधिक स्कोर 233।

लिस्ट-ए क्रिकेट: 65 मैच, 2587 रन, 43.11 औसत, 6 शतक।

T20 क्रिकेट: 31 मैच, 717 रन, 25.60 औसत।

अभिमन्यु की बल्लेबाजी और लंबे समय तक क्रीज पर टिकने की क्षमता उन्हें टेस्ट क्रिकेट के लिए परफेक्ट बनाती है। उनके आइडल राहुल द्रविड़ हैं जिनकी तरह वे क्लासिकल टेस्ट बैटिंग स्टाइल अपनाते हैं।

IPL में अनलकी:-

हैरानी की बात है कि इतने शानदार घरेलू रिकॉर्ड के बावजूद अभिमन्यु को IPL में अब तक कोई खरीदार नहीं मिला। इसका कारण उनकी लंबे फॉर्मेट वाली बैटिंग स्टाइल को माना जाता है जो T20 के आक्रामक स्वभाव से मेल नहीं खाती। हालांकि अभिमन्यु ने कहा है कि वे IPL में खेलने के लिए उत्सुक हैं और इसके लिए अपनी स्किल्स को डेवलप कर रहे हैं।

पर्सनल लाइफ:- 

अभिमन्यु ईश्वरन अपने निजी जीवन को प्राइवेट रखना पसंद करते हैं। उनकी गर्लफ्रेंड या रिलेशनशिप स्टेटस के बारे में कोई पुख्ता जानकारी उपलब्ध नहीं है। ऐसा माना जाता है कि वे सिंगल हैं और अपना पूरा फोकस क्रिकेट करियर पर रखते हैं।अभिमन्यु अपने परिवार के बहुत करीब हैं। उनके पिता उनके पहले कोच थे और उनकी मां और बहन ने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया। वे अपने खाली समय में दोस्तों के साथ समय बिताना, किताबें पढ़ना, और फिटनेस पर काम करना पसंद करते हैं। 

Net Worth:-

अभिमन्यु ईश्वरन की नेट वर्थ के बारे में सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है क्योंकि वे अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू नहीं कर पाए हैं और IPL का हिस्सा भी नहीं हैं। हालांकि अनुमान के मुताबिक उनकी नेट वर्थ 50 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच हो सकती है

अभिमन्यु ईश्वरन हाल ही में अपनी शानदार फॉर्म के कारण सुर्खियों में हैं।  मई 2025 में अभिमन्यु को इंग्लैंड दौरे के लिए इंडिया-ए का कप्तान बनाया गया। इस स्क्वाड में ईशान किशन और करुण नायर जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।अभिमन्यु ने लखनऊ में मुंबई के खिलाफ 117 गेंदों में शतक जड़कर अपनी फॉर्म साबित की।2024-25 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए अभिमन्यु बैकअप ओपनर के सबसे मजबूत दावेदार हैं। उनकी लगातार तीन शतकों की पारी ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया है।

अभिमन्यु ईश्वरन की सफलता के 5 सबक:-

अभिमन्यु की जर्नी से हमें कई प्रेरणादायक सबक मिलते हैं:

धैर्य रखें: बार-बार स्टैंडबाय रहने के बावजूद अभिमन्यु ने हार नहीं मानी और अपनी फॉर्म बरकरार रखी।

तकनीक पर काम करें: उनकी क्लासिकल बैटिंग तकनीक उन्हें लंबे फॉर्मेट में खास बनाती है।

मानसिक मजबूती: असफलताओं को दिमाग से निकालकर फोकस बनाए रखना उनकी सबसे बड़ी ताकत है।

परिवार का सपोर्ट: उनके परिवार ने हर कदम पर उनका साथ दिया, जो उनकी सफलता का आधार बना।

निरंतर सुधार: IPL में जगह न मिलने के बावजूद, वे अपनी स्किल्स को डेवलप कर रहे हैं।

अभिमन्यु ईश्वरन भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य के सलामी बल्लेबाज हो सकते हैं। उनकी उम्र 29 साल और फॉर्म को देखते हुए अगले 1-2 साल में उनका डेब्यू लगभग तय माना जा रहा है। अगर वे IPL में जगह बना पाते हैं तो उनकी लोकप्रियता और कमाई में भी इजाफा होगा।

अभिमन्यु ईश्वरन एक ऐसे क्रिकेटर हैं, जो अपनी मेहनत, धैर्य, और तकनीक के दम पर भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने के करीब हैं। देहरादून से कोलकाता तक का उनका सफर और घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन उनकी प्रतिभा का सबूत है। चाहे वो रणजी ट्रॉफी में शतक ठोक रहे हों या इंडिया-ए की कप्तानी कर रहे हों अभिमन्यु ने हर मौके पर खुद को साबित किया है। उम्मीद है कि जल्द ही हम उन्हें भारतीय जर्सी में मैदान पर चौके-छक्के मारते देखेंगे।


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