Driving License:-
Driving License एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो आपको कानूनी रूप से वाहन चलाने की अनुमति देता है। भारत में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया को दो मुख्य चरणों में बांटा गया है, Learner License और हैवी ड्राइविंग लाइसेंस (Permanent Driving License)।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज:-
सबसे पहले, आपको कुछ जरूरी दस्तावेज तैयार करने होंगे। ये दस्तावेज लर्नर और हैवी लाइसेंस दोनों के लिए जरूरी हैं:
Identity Proof: आधार कार्ड, वोटर आईडी, पासपोर्ट, या पैन कार्ड।
Address Proof: आधार कार्ड, बिजली बिल, राशन कार्ड, या किरायानामा।
Age Proof: जन्म प्रमाण पत्र, 10वीं की मार्कशीट, या आधार कार्ड।
पासपोर्ट साइज फोटो: 2-3 लेटेस्ट फोटो।
लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदन कैसे करें?
परिवहन मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट parivahan.gov.in पर जाएं। Online Services में Driving License Related Services चुनें। अपने राज्य का चयन करें और Apply for Learner License पर क्लिक करें। फॉर्म भरें जिसमें आपकी पर्सनल डिटेल्स वाहन का प्रकार दोपहिया, चार पहिया, आदि और टेस्ट की तारीख चुननी होगी। जरूरी दस्तावेज अपलोड करें और फीस जमा करें।
लर्नर टेस्ट दें:-
टेस्ट की तारीख और समय पर आपको RTO में टेस्ट देना होगा। यह एक ऑनलाइन टेस्ट होता है जिसमें ट्रैफिक नियम, ट्रैफिक सिग्नल, और ड्राइविंग से जुड़े बेसिक सवाल पूछे जाते हैं। टेस्ट पास करने के लिए कम से कम 60% अंक लाने जरूरी हैं। टेस्ट की तैयारी के लिए आप परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध सैंपल पेपर पढ़ सकते हैं। टेस्ट पास करने के बाद आपको लर्नर लाइसेंस मिल जाएगा, जो 6 महीने तक वैलिड रहता है।
हैवी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन:-
लर्नर लाइसेंस मिलने के 30 दिन बाद और 6 महीने के अंदर आप हैवी लाइसेंस के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रक्रिया इस प्रकार है:
फिर से परिवहन वेबसाइट पर जाएं और Apply for Driving Licence चुनें। अपने लर्नर लाइसेंस नंबर के साथ फॉर्म भरें और ड्राइविंग टेस्ट के लिए स्लॉट बुक करें। फीस जमा करें वाहन के प्रकार के आधार।
ड्राइविंग टेस्ट:-
RTO में ड्राइविंग टेस्ट के लिए आपको अपना वाहन लेकर जाना होगा। टेस्ट में आपको बेसिक ड्राइविंग स्किल्स दिखानी होंगी, जैसे स्टार्ट करना, ब्रेक लगाना, टर्न लेना, और पार्किंग। टेस्ट पास करने के बाद आपका लाइसेंस कुछ दिनों में आपके पते पर भेज दिया जाएगा।
ड्राइविंग टेस्ट से पहले अच्छे से अभ्यास करें। अगर आप नर्वस हैं, तो किसी ड्राइविंग स्कूल से ट्रेनिंग ले सकते हैं। भारत में ट्रैफिक नियम सख्त हैं। बिना लाइसेंस ड्राइविंग करने पर 5000 रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि RTO सत्यापन करता है और ऐसा करने पर आपकी अर्जी रद्द हो सकती है। Learner License की वैलिडिटी खत्म होने से पहले स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन करें, वरना आपको दोबारा प्रक्रिया शुरू करनी पड़ेगी।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना आजकल ऑनलाइन प्रक्रिया के कारण काफी आसान हो गया है। बस आपको सही दस्तावेज, थोड़ी तैयारी, और प्रक्रिया का पालन करना है। लर्नर लाइसेंस से लेकर स्थायी लाइसेंस तक, हर कदम पर सावधानी बरतें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।